12 shiv temples in India भारत में हजारों शिव मंदिर और सिद्ध स्थान हैं, लेकिन 12 ज्योतिर्लिंगों का विशेष महत्व है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव स्वयं इन 12 ज्योतिर्लिंगों में वास करते हैं। पुराणों और धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इन ज्योतिर्लिंगों के दर्शन मात्र से भक्तों के सभी पाप मिट जाते हैं।
अब जानते हैं कि ये 12 ज्योतिर्लिंग कौन-कौन से हैं और ये कहाँ स्थित हैं।
काशी विश्वनाथ मंदिर
12 shiv temples in India काशी विश्वनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तर प्रदेश के वाराणसी में स्थित है। यह सबसे प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंगों में से एक है। काशी को मोक्ष नगरी भी कहा जाता है।
यहाँ साल भर लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। विशेष अवसरों पर यहाँ भक्तों की संख्या लाखों में पहुँच जाती है।

सोमनाथ मंदिर

12 shiv temples in India सोमनाथ ज्योतिर्लिंग को पहला ज्योतिर्लिंग माना जाता है। यह गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में स्थित है। शिव पुराण के अनुसार, जब दक्ष प्रजापति ने चंद्रमा को क्षय रोग का शाप दिया, तब चंद्रमा ने इस स्थान पर तपस्या कर शिवजी से आशीर्वाद प्राप्त किया और शाप से मुक्ति पाई।
इस मंदिर को विदेशी आक्रांताओं ने 17 बार लूटा, लेकिन हर बार इसे फिर से बनाया गया। आज भी यहाँ लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं।
महाकालेश्वर मंदिर
12 shiv temples in India मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित यह ज्योतिर्लिंग बहुत प्रसिद्ध है। इसकी खासियत यह है कि यह एकमात्र दक्षिणमुखी ज्योतिर्लिंग है। यहाँ होने वाली भस्म आरती पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है।
मान्यता है कि यहाँ पूजा करने से आयु बढ़ती है और सभी प्रकार की बाधाएँ दूर होती हैं। शिवरात्रि और सावन के महीने में यहाँ भक्तों का तांता लगा रहता है।
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केदारनाथ मंदिर
केदारनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड में स्थित है। यह समुद्र तल से 3200 मीटर की ऊँचाई पर है। यहाँ जाने से कैलाश यात्रा के समान पुण्य मिलता है।
सर्दियों में यहाँ भारी बर्फबारी होती है और मंदिर के द्वार छह महीने के लिए बंद कर दिए जाते हैं। केवल गर्मी के मौसम में ही यहाँ दर्शन संभव होते हैं।
रामेश्वरम मंदिर
12 shiv temples in India तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले में स्थित यह ज्योतिर्लिंग समुद्र किनारे बना हुआ है। यह चार धामों में से एक है।
यह ज्योतिर्लिंग भगवान राम से जुड़ा हुआ है और यहाँ का शिव मंदिर बहुत भव्य और ऐतिहासिक महत्व का है।
भीमाशंकर मंदिर
महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित यह ज्योतिर्लिंग सह्याद्रि पहाड़ियों पर स्थित है। इसे मोटेश्वर महादेव के नाम से भी जाना जाता है।
मान्यता है कि जो भक्त सूर्योदय के बाद यहाँ सच्चे मन से दर्शन करता है, उसके सात जन्मों के पाप समाप्त हो जाते हैं।
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग
यह ज्योतिर्लिंग गुजरात के द्वारका के पास स्थित है। इसे दरुकावन भी कहा जाता है।
कुछ लोग इसे दक्षिण हैदराबाद के गाँव में स्थित शिवलिंग को मानते हैं, तो कुछ उत्तराखंड के अल्मोड़ा में स्थित जागेश्वर को असली नागेश्वर ज्योतिर्लिंग मानते हैं।
वैद्यनाथ ज्योतिर्लिंग
झारखंड के संथाल परगना जिले के देवघर में स्थित यह ज्योतिर्लिंग वैद्यनाथ धाम के नाम से प्रसिद्ध है।
कहा जाता है कि भगवान शिव ने यहाँ रावण को वरदान दिया था। यहाँ सावन के महीने में लाखों श्रद्धालु जल चढ़ाने के लिए आते हैं।
ओंकारेश्वर मंदिर
यह ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के इंदौर के पास स्थित है। इसे ओंकारेश्वर इसलिए कहा जाता है क्योंकि यह नर्मदा नदी के बीच स्थित पहाड़ी पर ओम (ॐ) के आकार में बना हुआ है।
यह स्थान प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर है और शिव भक्तों के लिए यह एक प्रमुख तीर्थस्थल है।
त्र्यंबकेश्वर मंदिर
यह महाराष्ट्र के नासिक जिले में गोदावरी नदी के किनारे स्थित है। भगवान शिव के नामों में एक नाम त्र्यंबकेश्वर भी है।
मान्यता है कि गौतम ऋषि और गोदावरी नदी के अनुरोध पर भगवान शिव यहाँ ज्योतिर्लिंग रूप में स्थित हुए।
घृष्णेश्वर मंदिर
यह महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में स्थित है। इसे दक्षिणेश्वर ज्योतिर्लिंग भी कहा जाता है।
यह शिवालय बहुत प्रसिद्ध है और यहाँ पर पूरे साल भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर
यह ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी के किनारे श्रीशैल पर्वत पर स्थित है। इसकी महिमा कैलाश पर्वत के समान मानी जाती है। कई धार्मिक ग्रंथों में इस ज्योतिर्लिंग का उल्लेख है।
यहाँ पूरे वर्ष भक्तों की भीड़ लगी रहती है। यह ज्योतिर्लिंग शिव और शक्ति दोनों का संगम माना जाता है।
निष्कर्ष
12 shiv temples in India ये थे 12 ज्योतिर्लिंग, जहाँ केवल दर्शन करने से भक्तों के दुख दूर हो जाते हैं। हर ज्योतिर्लिंग की अपनी अलग महिमा है।
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हर हर महादेव !
FAQs
कौन सा शिव मंदिर सबसे प्राचीन है ?
सोमनाथ मंदिर को सबसे प्राचीन माना जाता है |
केदारनाथ मंदिर की स्थापना किसने की थी ?
केदारनाथ मंदिर की स्थापना पांडवों ने की थी |
महाकालेश्वर मंदिर में किस विशेष आयोजन का आयोजन होता है ?
महाकालेश्वर मंदिर में हर सोमवार को भस्म आरती होती है |
रामेश्वरम मंदिर का संबंध किस पुराण से है ?
रामेश्वरम मंदिर का संबंध रामायण काल से है |
काशी विश्वनाथ मंदिर में कौन से त्योहार प्रमुख हैं ?
काशी विश्वनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि और सावन प्रमुख त्योहार हैं |
त्र्यम्बकेश्वर मंदिर कहाँ स्थित है ?
त्र्यम्बकेश्वर मंदिर महाराष्ट्र में स्थित है |