Famous Devi Temples In Maharashtra धार्मिक, पौराणिक कथाओं के अनुसार महिलाओं के साहस, बुद्धिमत्ता, शक्ति, दृढ़ संकल्प आदि पर प्रकाश डाला गया है | इसी तरह, जब हम हिंदू मिथकों को देखते हैं, तो देवी को उच्च दर्जा दिया जाता है और उनका सम्मान किया जाता है | महाराष्ट्र राज्य धार्मिक और आध्यात्मिक दृष्टिकोण से हमेशा महत्वपूर्ण रहा है | यहा पर पवित्र तीर्थ स्थल और भक्ति के केंद्र है | इनमे से मुंबई के प्राचीन महालक्ष्मी मंदिर से लेकर नासिक के प्रतिष्ठित भद्रकाली मंदिर तक सब मंदिरो का इतिहास, वास्तुकला और आध्यात्मिक महत्व इन देवी मंदिरो मे देखने मिलता है | तो आइये आज हम Famous Devi Temples In Maharashtra महाराष्ट्र मे स्थित पवित्र देवी मंदिर के बारे मे बताने वाले है |
महालक्ष्मी मंदिर
Famous Devi Temples In Maharashtra महाराष्ट्र के कोल्हापुर मे स्थित इस मंदिर को श्री महालक्ष्मी मंदिर और दक्षिण काशी के नाम से भी जाना जाता है | यह देवी मंदिर भारत के प्रसिद्ध देवी मंदिरों में से एक महत्वपूर्ण मंदिर है | यह देवी के शक्ति पीठों में से एक है | यह देवी महात्म्यम की केंद्रीय देवी महालक्ष्मी को समर्पित मंदिर है | इस महालक्ष्मी मंदिर का निर्माण 7वीं शताब्दी मे एक हिंदू व्यापारी ने किया था |
भगवान विष्णु की पत्नी और धन की देवी, लक्ष्मी कोल्हापुरेश्वरी इस मंदिर की पीठासीन देवता है | इस मंदिर में हमे तीन देवियों के दर्शन करने मिलते है | इनमे महालक्ष्मी, महासरस्वती और महाकाली की मूर्तियाँ स्थापित है | इन तीनों देवियाँ को सोने के आभूषणों से सजाया गया है |
महालक्ष्मी मंदिर कैसे पहुँचें ?
ट्रेन से : महालक्ष्मी मंदिर का सबसे नजदिक का रेलवे स्टेशन मुंबई सेंट्रल रेलवे स्टेशन है | यह लगभग मंदिर से 2.6 किमी दूर है |
हवाई मार्ग : निकटतम हवाई अड्डा छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है | यह लगभग 18.2 किमी की दूरी पर है |
महालक्ष्मी मंदिर यात्रा का सबसे अच्छा समय : अक्टूबर से फरवरी मे मुंबई में महालक्ष्मी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय है |
तुलजा भवानी मंदिर
Famous Devi Temples In Maharashtra श्री तुलजा भवानी का मंदिर एक बहुत प्रसिद्ध और लोकप्रिय हिंदू मंदिर है | जो देवी शक्ति का प्रतिनिधित्व करता है | यह मंदिर महाराष्ट्र के धाराशिव जिले के तुलजापुर में स्थित है | इस मंदिर का निर्माण 12वीं शताब्दी में मराठों द्वारा किया गया था | स्थानीय मान्यता के अनुसार देवी तुलजा भवानी छत्रपति शिवाजी महाराज इनको प्रसन्न हुई थी | जो मराठा शासक थे | वो देवी आशीर्वाद लेने के लिए तुलजा भवानी मंदिर आते थे |
पौराणिक कथाओं के अनुसार तुलजा भवानी ने राक्षस मतंग का वध किया था | इस राक्षस से सब देवी-देवता परेशान थे | देवी के बारे में ऐसी मान्यता है, कि उन्होंने वर्ष में लगातार 361 दिनों तक लोगों की रक्षा की | देवी सती की बाईं भुजा तुलजापुर में गिरी थी | यहा उनका मंदिर तुलजा भवानी के रूप में स्थापित किया गया था |
तुलजा भवानी मंदिर कैसे पहुँचें ?
ट्रेन से : तुलजा भवानी मंदिर से सबसे नजदिक का रेलवे स्टेशन उम्मेद है | यह मंदिर से लगभग 15 किमी दूर है |
हवाई मार्ग : सबसे नजदिक का हवाई अड्डा सोलापुर है | यह लगभग 51 किमी दूर है | वहा से स्थानीय वाहन से मंदिर तक पहुंच सकते है |
तुलजा भवानी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय : अगर आप तुलजा भवानी देवी मंदिर जाना चाहते है, तो मार्च का महीना सबसे सही समय है |
रेणुका देवी मंदिर
Famous Devi Temples In Maharashtra देवी रेणुका देवी का मंदिर माहुर नाम के एक गाँव में स्थित है | जो देवी रेणुका को समर्पित है | यह महाराष्ट्र राज्य के नांदेड़ जिले के सबसे धार्मिक स्थलों में से एक माना जाता है | माहुर में रेणुका माता का पवित्र मंदिर, जिसे महाराष्ट्र के तीन शक्ति पीठों में से एक माना जाता है |
विजयदशमी के दिन पावन अवसर पर, यहाँ गांव मे हर साल एक बड़ा मेला लगता है | ताम्बुल रेणुका देवी मंदिर का मुख्य प्रसाद होता है | रेणुका दक्षिण भारत की एक पूजनीय देवी है | उन्हें कई अलग-अलग नामों से जाना जाता है, जैसे येल्लम्मा, यमाई आदि | रेणुका माता के पुत्र ने उनका सिर काट दिया था, और उनका सिर यहाँ गिरा था |
रेणुका देवी मंदिर कैसे पहुँचें ?
ट्रेन से : रेणुका देवी मंदिर का सबसे नजदिक का रेलवे स्टेशन किनवट है | यह मंदिर से लगभग 50 किमी दूर है |
हवाई मार्ग : मंदिर से सबसे नजदिक का हवाई अड्डा नागपुर हवाई अड्डा है | यह लगभग 200 किमी दूर है | यहा से मंदिर तक स्थानीय वाहन द्वारा आप मंदिर तक पहुंच सकते है |
रेणुका देवी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय : रेणुका देवी मंदिर दर्शन जाने का सबसे अच्छा समय सितंबर से फरवरी के महीने तक अच्छा होता है |
सप्तश्रृंगी देवी मंदिर
Famous Devi Temples In Maharashtra सप्तश्रृंगी मंदिर महाराष्ट्र के नासिक के पास एक छोटे से गाँव में स्थित है | यह महत्वपूर्ण देवी मंदिर है | यह मंदिर देवी सप्तश्रृंगी या सती को समर्पित है | इस मंदिर की मुख्य देवी महिषासुर मर्दिनी है, जिन्होंने राक्षस महिषासुर का वध किया था | यह मंदिर महाराष्ट्र के साडेतीन शक्ति पीठों में से एक आराध्य शक्ति पीठ माना जाता है | देवी मंदिर के अलावा यह स्थान सह्याद्री पर्वतमाला के खूबसूरत दृश्यों के लिए भी प्रसिद्ध है |
देवी सप्तश्रृंग की 8 फीट ऊँची केशरी भगवा रंग की प्रतिमा है |
सप्तश्रृंगी देवी मंदिर तक कैसे पहुँचें ?
ट्रेन से : सप्तश्रृंगी मंदिर जाने के लिए सबसे नजदिक का रेलवे स्टेशन नासिक रेलवे स्टेशन है | यह लगभग 70 किमी दूरी पर है |
हवाई मार्ग : मंदिर के सबसे नजदिक का हवाई अड्डा नासिक हवाई अड्डा है | यह लगभग 60 किमी दूर पर है |
सप्तश्रृंगी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय : सप्तश्रृंगी मंदिर यात्रा जाने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से फरवरी तक है |
मुंबा देवी मंदिर
महाराष्ट्र के मुंबई मे स्थित यह मुंबा देवी एक बहुत प्रसिद्ध और पुराना मंदिर है | यह मंदिर देवी मुंबा को समर्पित है | मुंबई का नाम मुंबा देवी के नाम पर रखा गया है | इस मंदिर का निर्माण 16वीं शताब्दी में किया गया था | देवी मुंबा देवी देवी पार्वती का एक रूप है | भगवान शिव मुंबा देवी के पति है | उन्होने मछुआरे के रूप में आकर देवी मुंबा से शादी की थी |
Famous Devi Temples In Maharashtra मुंबा देवी मंदिर शहर के प्रमुख धार्मिक आकर्षणों में से एक माना जाता है | यह मंदिर मुंबई के केंद्र में स्थित है और इस मंदिर को महाराष्ट्र के प्रसिद्ध देवी मंदिरों में गिना जाता है | मुंबा देवी मंदिर अपने 600 साल के इतिहास के साथ मुंबई के प्रसिद्ध धरोहर स्थलों में से एक है |
मुंबा देवी मंदिर कैसे पहुँचें ?
ट्रेन से : मुंबा मंदिर का सबसे नजदिक का रेलवे स्टेशन मस्जिद रेलवे स्टेशन है | मंदिर से यह लगभग 1 किमी दूर है |
हवाई मार्ग : सबसे नजदिक का हवाई अड्डा मुंबई हवाई अड्डा है | यह मंदिर से लगभग 9 किमी दूर है |
मुंबा देवी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय : अगर आप मुंबा देवी मंदिर दर्शन के लीये जाना चाहते है, तो सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च तक है |
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एकवीरा आई मंदिर
Famous Devi Temples In Maharashtra एकवीरा आई मंदिर लोनावला में कार्ला गुफाओं में स्थित है | ये वही गुफाएँ है, जिन्हें बौद्धों ने उन्हे प्रार्थना करने के लिए बनवाया था | मंदिर देवी एकवीरा को समर्पित है | यह एक प्रमुख धार्मिक और महत्वपूर्ण मंदिर है | इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने वन में अपने निर्वासन काल के दौरान किया था | एकवीरा देवी ने पांडवों से रातों-रात इस मंदिर का निर्माण करने के लिए कहा और वे इसमें सफल भी रहे | पांडवों ने रातों-रात मंदिर का निर्माण किया था | सह्याद्री पर्वतमाला के खूबसूरत दृश्यों के लिए भी यह स्थान बहुत प्रसिद्ध है | एकवीरा देवी के मंदिर तक पहुंचने के लिए भक्तों को लगभग 500 सीढ़ियां चढ़कर उपर मंदिर मे आना होता है |
एकवीरा आई मंदिर कैसे पहुँचें ?
ट्रेन से : एकवीरा आई मंदिर का सबसे नजदिक का रेलवे स्टेशन लोनावला है | यह लगभग 42 किमी दूर पर है |
हवाई मार्ग : सबसे नजदिक का हवाई अड्डा पुणे हवाई अड्डा है | मंदिर से यह लगभग 51.4 किमी दूर है |
सडक मार्ग : सबसे नजदिक का बस स्टॉप मेकर टॉवर है | यह सिर्फ 2 मिनट की पैदल दूरी पर है |
एकवीरा आई मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय : इस एकवीरा देवी मंदिर अक्टूबर से फरवरी के महीने में दर्शन के लीये जा सकते है |
योगेश्वरी देवी मंदिर
Famous Devi Temples In Maharashtra श्री योगेश्वरी देवी मंदिर महाराष्ट्र के अंबेजोगाई गांव में स्थित है | यह एक प्राचीन देवी मंदिर है | यह सबसे प्रसिद्ध शक्तिपीठों में से एक है | योगेश्वरी यह एक संस्कृत नाम है जो “ देवी दुर्गा ” को संदर्भित करता है | यह नाम दो शक्तिशाली शब्दों योग और ईश्वरी से बना है | इसका मतलब है, कि वह शक्ति योग की नियंत्रक है | योगेश्वरी माता अहीर समुदाय की कुलदेवी है | अहीर समुदाय के लोग उनकी बहुत प्रशंसा करते है ऊनक ऐसा मानना है, कि योगेश्वरी मंदिर में प्रार्थना करने से स्वास्थ्य, धन और खुशी का आशीर्वाद मिलता है | हेमाडपंती शैली की वास्तुकला इस मंदिर की सबसे बडी विशेषता है |
योगेश्वरी देवी मंदिर कैसे पहुँचें ?
ट्रेन से : योगेश्वरी देवी मंदिर के लिए सबसे नजदिक का रेलवे स्टेशन परली वैजनाथ है | यह मंदिर से लगभग 25 किमी दूर है |
हवाई मार्ग : सबसे नजदिक का हवाई अड्डा संभाजी नगर है | यह मंदिर से लगभग 230 किमी दूर है |
सडक मार्ग : सबसे नजदिक का बस स्टॉप अम्बेजोगाई है | यह लगभग 1 किमी दूर है |
योगेश्वरी देवी मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय : आप सितंबर से फरवरी तक योगेश्वरी देवी मंदिर जा सकते है |
भद्रकाली मंदिर
Famous Devi Temples In Maharashtra श्री भद्रकाली मंदिर नासिक शहर के केंद्र में राजेंद्र वावरे चौक के पास स्थित है | यह महाराष्ट्र के प्रसिद्ध देवी मंदिरों में से एक माना जाता है | इस मंदिर की स्थापना देवी भद्रकाली के सम्मान में की गई थी | यह अंदर से बाहर तक बहुत ही सुंदर मंदिर है | जहाँ हर रोज़ बहुत से लोग आते हैऔर देवी के दर्शन कर आशीर्वाद लेते है |
भद्रकाली मंदिर कैसे पहुँचें ?
ट्रेन से : भद्रकाली मंदिर के सबसे नजदिक का रेलवे स्टेशन वारंगल रेलवे स्टेशन है | यह मंदिर से लगभग 9 किमी दूर है |
हवाई मार्ग : इस मंदिर से सबसे नजदिक का हवाई अड्डा चौधरी चरण सिंह अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा है | यह मंदिर से लगभग 8.5 किमी दूर है |
सडक मार्ग : सबसे नजदीक का बस स्टॉप सेंट्रल बस है | यह मंदिर से लगभग 3 किमी दूर है |
भद्रकाली मंदिर जाने का सबसे अच्छा समय : भद्रकाली मंदिर अक्टूबर से फरवरी तक दर्शन करने जा सकते है |
वज्रेश्वरी मंदिर
Famous Devi Temples In Maharashtra गुप्ताले भारत में 7 पहाड़ी शीर्ष देवी मंदिर वज्रेश्वरी देवी | यह वज्रेश्वरी देवी मंदिर मुंबई से लगभग 80 किमी दूर एक मंदिरों का शहर है | श्री वज्रेश्वरी योगिनी देवी मंदिर को देवी पार्वती का अवतार माना जाता है | एक किले जैसी संरचना से घिरा, वज्रेश्वर मंदिर महाराष्ट्र के लोकप्रिय देवी मंदिरों में से एक है |
चतुरश्रृंगी मंदिर
Famous Devi Temples In Maharashtra चतुरश्रृंगी मंदिर का निर्माण छत्रपती शिवाजी महाराज द्वारा किया गया था | यह पुणे के प्रमुख मंदिरों में से एक है | ‘चतुश्रृंगी’ का अर्थ है 4 चोटियों वाला पर्वत | यह मंदिर सेनापति बापट रोड पर एक पहाड़ी ढलान पर स्थित है | माँ देवी का आशीर्वाद लें और उनकी रचना के पीछे की पौराणिक कथाओं से मंत्रमुग्ध हो जाएँ !
निष्कर्ष
महाराष्ट्र राज्य देवी मंदिरों का खजाना है | जो राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और आध्यात्मिक विविधता को दिखाता है | ये पवित्र स्थल न केवल ऐतिहासिक महत्व रखते है, बल्कि दिव्य स्त्री के शक्तिशाली प्रतीक के रूप में भी कार्य करते है | Famous Devi Temples In Maharashtra इन मंदिरों का दर्शन करना एक अविस्मरणीय अनुभव है | जो आपको राज्य की आध्यात्मिकता की गहरी समझ देगा |
FAQ
महालक्ष्मी मंदिर किस लिए प्रसिद्ध है ?
महालक्ष्मी मंदिर देवी सती का अधिकांश भाग इस मंदिर में गिरा था, यह महाराष्ट्र का देवी शक्ति पीठ मंदिर है |
तुलजा भवानी मंदिर किस लिए प्रसिद्ध है ?
तुलजा भवानी मंदिर चार देवी शक्ति पीठों में से एक होने के कारण प्रसिद्ध है |
रेणुका देवी मंदिर किस लिए प्रसिद्ध है ?
ऐसा माना जाता है, कि रेणुका माता के पुत्र ने उनका सिर काट दिया था और उनका सिर यहाँ पर गिरा था, इसलिए इस स्थान को रेणुका देवी मंदिर के नाम से जाना जाता है |
सप्तश्रृंगी मंदिर किस लिए प्रसिद्ध है ?
यह सप्तश्रृंगी देवी मंदिर सप्तश्रृंग की 8 फीट ऊँची भगवा प्रतिमाओं के कारण प्रसिद्ध है |
मुंबा देवी मंदिर किस लिए प्रसिद्ध है ?
मुंबा देवी मंदिर अपनी वास्तुकला और डिजाइन के लिए प्रसिद्ध है |
एकवीरा आई मंदिर किस लिए प्रसिद्ध है ?
एकवीरा आई मंदिर कार्ला गुफाओं के लिए प्रसिद्ध है | यह कोंकण के लोगों के लीये महत्वपूर्ण है; क्योंकि एकवीरा देवी उनकी इष्ट देवी है |
योगेश्वरी देवी मंदिर किस लिए प्रसिद्ध है ?
श्री योगेश्वरी देवी मंदिर प्राचीन काल से एक बहुत प्रसिद्ध मंदिर है और इसका सबसे बड़ा कारण हेमाडपंती शैली की वास्तुकला है |