Chandragiri Fort | चंद्रगिरी किले का इतिहास और महत्व

Chandragiri Fort अगर आप इतिहास और ट्रैवल के शौकीन हैं, तो यह किला आपके लिए परफेक्ट जगह है। यह किला आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित है, और तिरूपती के पास है। यह जगह न केवल अपनी खूबसूरत आर्किटेक्चर के लिए फेमस है, बल्कि यह विजयनगर साम्राज्य के इतिहास की झलक भी देता है। चलिए, आज के इस लेख मे हम आपको इस के बारे में बताते हैं।

Chandragiri Fort

Chandragiri Fort का इतिहास

इस किले का निर्माण 11वीं शताब्दी में यादव नायडू डेनस्ती ने किया था। लेकिन इसका असली विकास विजयनगर साम्राज्य के समय हुआ था। श्रीकृष्णदेवराय जैसे महान राजा ने इस जगह को राजधानियों में से एक बनाया। बाद में किले का गोलकोंडा सुलतान और ब्रिटिश ने भी इस किले का इस्तेमाल किया था। यहां का रोयल पॅलेस, राज महल, आज भी विजयनगर साम्राज्य की भव्यता को दर्शाता है। यह पॅलेस अब एक म्यूजियम में बदल दिया गया है, जहां आपको उस समय की कला, वास्तुकला और हथियारों का कलेक्शन मिलेगा।

Chandragiri Fort की खासियतें

राजा महल और राणी महल 

राजा महल अपनी द्रविडियन आर्किटेक्चर के लिए फेमस है। यह बिना लकड़ी के बनाया गया है | इसका डिजाइन इको फ्रेंडली है। राणी महल भी उतना ही खूबसूरत है, जहां रानी के लिए खास इंतजाम किए गए थे।

लाइट और संगीत शो 

Chandragiri Fort

शाम को यहां लाइट और संगीत का शो और होता है, जो विजयनगर साम्राज्य की कहानी को बहुत दिलचस्प तरीके से पेश करता है।

बारिश का पानी जतन करने का तरीका 

इस किले में पुराने समय का बारीश का पानी जतन करने का तरीका है, जो आज भी देखने लायक है।

मंदिर और शिवलिंग

 किले के पास एक पुराना मंदिर है, जहां सिर्फ एक शिवलिंग बचा हुआ है। ये विजयनगर के ‘सोने के समय’ की याद दिलाता है।

Chandragiri Fort कैसे पहुंचे?

सडक मार्ग : तिरूपती से चंद्रगिरी किला लगभग 16-17 किलोमीटर दूर है। यहां के लिए पब्लिक और प्राइवेट ट्रांसपोर्ट आसानी से मिल जाता है।

ट्रेन से : चंद्रगिरी रेलवे स्टेशन पर कई ट्रेनें रुकती हैं।

हवाई मार्ग : तिरूपती हवाई अड्डे से चंद्रगिरी किले तक पहुंचना काफी आसान है।

प्रवेश और समय 

चंद्रगिरी किले में प्रवेश शुल्क मात्र 30 रुपये है। यहा इलेक्ट्रिक वाहन भी अवेलेबल हैं, जिनका शुल्क 20 रुपये है। किले का समय सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक है। लाइट और संगीत शो का समय शाम 7 बजे से 8 बजे तक होता है।

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नजदिकी आकर्षण 

तिरूपती बालाजी मंदिर : यह मंदिर चंद्रगिरी किले से सिर्फ कुछ किलोमीटर की दूरी पर है।

कैलासाकोना झरना : यह वाटरफॉल पर्यावरण प्रेमी के लिए परफेक्ट जगह है।

श्री व्यंकटेश्वर नॅशनल पार्क : अगर आप वाइल्डलाइफ में इंट्रेस्टेड हैं, तो यह पार्क मे जरूर विजिट करें।

यात्रा टिप्स 

आरामदायक जुते पहनें क्योंकि किला घूमने के लिए काफी चलना पड़ता है।

पीने का पानी साथ रखें।

किले के अंदर फोटोग्राफी कर सकते है, लेकिन लाइट और संगीत शो के दौरान वीडियो रिकॉर्डिंग मना है। यहा के स्थानीय गाइड को साथ मे ले ताकि आप किले का इतिहास अच्छे से समझ सकें।

निष्कर्ष 

चंद्रगिरी किला विजयनगर साम्राज्य के गौरवशाली इतिहास को दिखाता है। यह जगह हर यात्री की लिस्ट में होनी चाहिए।

FAQ

1)चंद्रगिरी किस राज्य में स्थित है ?

चंद्रगिरि किला आंध्र प्रदेश राज्य में तिरुपति के पास चंद्रगिरि स्थान पर स्थित है। इस किले का निर्माण ११वीं शताब्दी में श्रीकृष्ण देवराया ने किया था।

2) चंद्रगिरी कीस लीये प्रसिद्ध है ?

चंद्रगिरी ऐतिहासिक किले और राजा महल के लिए प्रसिद्ध है। किले के चारों ओर शैव और वैष्णव संप्रदायों के आठ खंडहर मंदिर, राजा महल, रानी महल और इमारतें हैं।

3) चंद्रगिरी का निर्माण कब हुआ था ?

चंद्रगिरी ऐतिहासिक किला है जो आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में स्थित है। यह विजयनगर साम्राज्य के यादव शासकों से जुड़ा हुआ है। इसका निर्माण इम्मादि नरसिंह यादवराय ने 1000 ई. में करवाया था।