kalu Waterfall इस साल गर्मी ने सभी को बहुत परेशान किया। सूरज की तेज़ किरणों और गर्म हवाओं ने हर किसी को तपाया, लेकिन अब गर्मी की तपिश थोड़ी कम हुई है। मानसून ने अपनी दस्तक दे दी है, और अब हर जगह ठंडक का एहसास होने लगा है।
धीरे-धीरे, मानसून ने पूरे देश में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई है। जलप्रपातों, नदियों और पहाड़ों ने इस मौसम में अपने आकर्षण को और भी बढ़ा दिया है। यह सब प्राकृतिक सौंदर्य हर किसी को यात्रा करने के लिए आकर्षित कर रहा है, खासकर ट्रैवलर्स और ट्रैकर्स को। ऐसी ही एक आकर्षक जगह है, महाराष्ट्र के मालशेज घाट का ‘कालू जलप्रपात’। आइए, जानते हैं इस जलप्रपात के बारे में और वहां यात्रा करने के तरीकों के बारे में।
Kalu waterfall

कालू जलप्रपात मॉलशेज घाट का सबसे बड़ा जलप्रपात है। यह जलप्रपात लगभग 1200 फीट की ऊँचाई से गिरता है, और मानसून में यह और भी शानदार नजर आता है। इस जलप्रपात का एक खास और दिलचस्प पहलू यह है कि यह उल्टा गिरता हुआ दिखता है, जिसे “रिवर्स जलप्रपात” भी कहा जाता है। जब आप इस जलप्रपात को ऊपर से देखते हैं, तो ऐसा लगता है कि पानी ऊपर की तरफ जा रहा है, जो वास्तव में हवा की तेज़ गति के कारण होता है।
How To Reach Kalu Waterfall ?
kalu Waterfall तक पहुंचने के लिए दो प्रमुख रास्ते हैं। पहला रास्ता सावर्णे गांव से जाता है, जो मॉलशेज घाट के पास स्थित है। हालांकि, यह रास्ता मानसून में खतरनाक हो सकता है क्योंकि आपको बड़ी पहाड़ियों को पार करना पड़ता है। दूसरा रास्ता खेरेश्वर गांव से जाता है, जो थोड़ा आसान और सुरक्षित है। यहां से लगभग 4-5 किलोमीटर की दूरी पर आपको कलू जलप्रपात मिलेगा, और इस रास्ते में यात्रा करना बहुत आरामदायक और आनंददायक होता है। यह रास्ता ट्रैवलर्स और ट्रैकर्स के बीच बहुत लोकप्रिय है क्योंकि यहां का प्राकृतिक दृश्य बहुत आकर्षक होता है।

सावर्णे गांव से रास्ता
सावर्णे गांव से कालू जलप्रपात तक जाने का रास्ता थोड़ा कठिन और खतरनाक है, खासकर मानसून के दौरान। यह मार्ग बड़े पहाड़ों और कच्चे रास्तों से गुजरता है, इसलिए यहां यात्रा करते समय बहुत सावधानी बरतनी चाहिए।
खेरेश्वर गांव से रास्ता
खेरेश्वर गांव से कालू जलप्रपात तक पहुंचने का रास्ता सबसे आसान और सुरक्षित है। यह रास्ता लगभग 4-5 किलोमीटर लंबा है और इसमें 60 से 90 मिनट का समय लगता है। यहां के रास्ते में जंगल और पहाड़ियों का खूबसूरत दृश्य आपको मंत्रमुग्ध कर देता है।
कालू झरने के आसपास घुमने वाली जगह
- मालशेज घाट – यह एक खूबसूरत पहाड़ी स्थल है, जो मानसून के दौरान और भी सुंदर हो जाता है।
2 .हरीशचंद्रगढ़ किला – यह किला मॉलशेज घाट के पास स्थित है और ट्रैकिंग के शौक़ीनों के लिए एक बेहतरीन जगह है। - सिंदोला किला – यह किला भी एक ऐतिहासिक स्थल है, जिसे ट्रैकिंग के दौरान देखा जा सकता है।
- पिंपलगांव जोखा डेम – यह एक शांतिपूर्ण जलाशय है, जहां आप समय बिता सकते हैं।
सुरक्षा और सावधानियॉ
जब आप कलू जलप्रपात की यात्रा करें, तो कुछ सुरक्षा उपायों को ध्यान में रखना बहुत महत्वपूर्ण है। यहां कुछ जरूरी सावधानियां दी गई हैं:
- पहाड़ी रास्तों पर ध्यान रखें – मानसून के दौरान, जलप्रपात तक पहुंचने के रास्ते खतरनाक हो सकते हैं, इसलिए कोई भी कदम उठाने से पहले रास्ते की स्थिति का मूल्यांकन करें।
- स्थानीय गाइड की मदद लें – यदि आप जंगल के रास्ते से यात्रा कर रहे हैं, तो एक स्थानीय गाइड के साथ जाना सबसे अच्छा होता है।
- ट्रैकिंग शूज पहनें – पहाड़ी रास्तों पर फिसलने से बचने के लिए अच्छे ट्रैकिंग शूज पहनें।
- पहाड़ों पर यात्रा करें तो सही समय का चयन करें – मानसून के बाद सितंबर और अक्टूबर के महीने कलू जलप्रपात देखने के लिए सबसे अच्छे समय होते हैं।
ट्रेकिंग मे पॅकिंग का जरूरी सामान
- ट्रैकिंग शूज – अच्छे और आरामदायक ट्रैकिंग शूज पहनें ताकि आप सुरक्षित रूप से ट्रैक कर सकें।
- पानी की बोतल – पूरे रास्ते में पानी पीना जरूरी होता है, खासकर ट्रैकिंग के दौरान।
- रेनकोट या जैकेट – मानसून में बारिश के कारण गीला होना सामान्य है, इसलिए खुद को सूखा रखने के लिए एक अच्छा रेनकोट रखें।
- प्राथमिक चिकित्सा किट – किसी भी आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए प्राथमिक चिकित्सा किट रखें।
- कैमरा – इस खूबसूरत जगह को अपने कैमरे में कैद करने के लिए कैमरा जरूर साथ रखें।
निष्कर्ष
kalu Waterfall मालशेज घाट का सबसे शानदार जलप्रपात है, और इस जगह की प्राकृतिक सुंदरता आपको मंत्रमुग्ध कर देगी। मानसून के दौरान यहाँ का दृश्य बहुत अद्भुत होता है, और जलप्रपात के आसपास की हरी-भरी वादियां ट्रैकिंग के शौक़ीनों के लिए एक आदर्श जगह बनाती हैं। अगर आप भी प्रकृति प्रेमी हैं और ट्रैकिंग का शौक रखते हैं, तो कलू जलप्रपात आपकी यात्रा की लिस्ट में जरूर होना चाहिए। ध्यान रखें कि इस यात्रा के दौरान सुरक्षा और सावधानी को हमेशा प्राथमिकता दें।
क्या कालू जलप्रपात सुरक्षित है ?
कालू झरना समय आपको बीच मे बहुत सारे झरने मिल जाएंगे |कालू झरने तक जाने वाले रास्ते मे आपको मध्यम प्रकार की परेशानी का सामना करना पडेगा |लडकीया ,महिलाये ,और अकेले यात्री भी यहा सुरक्षित है |आप यहा पर अपने परिवार के साथ जाकर झरने का आनंद ले सकते है |
कालू झरना कहा है ?
कालू झरना मालशेज घाट मे है |यहा से नजदीक बोहोत सारे झरने देखने को मिलते है |
क्या कालू झरने तक पहुचना आसान है ?
झरने तक पहुचना और उसके नीचे तक जाना पानी के बहाव पर होता है और कालू झरने तक पहुचने का रास्ता मध्यम स्वरूप का है |
भारत का सबसे सुंदर जलप्रपात कौन सा है?
केरल का अथिरापल्ली झरना ये हैं भारत के सबसे सुंदर वॉटरफॉल है |
केरल का अथिरापल्ली झरना (Athirappilly Waterfall) बेहद खूबसूरत और शानदार. 80 फीट ऊंचा और 330 फीट चौड़ा यह वॉटरफॉल भारत का नियाग्रा वॉटरफॉल कहलाता है | नीचे जहां पानी गिरता है, वहां किसी को नहाने की अनुमति नहीं और यह संभव भी नहीं है | क्युकी यह बहुत रिस्कि है और पानी का बहाव भी | पानी नीचे आने तक उसका बहाव बढ जाता है |
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