Devkund Waterfall |देवकुंड वॉटरफॉल पाटणूस महाराष्ट्र
Devkund Waterfall | देवकुंड वॉटरफॉल पाटणूस महाराष्ट्र | महाराष्ट्र के पश्चिम घाट के रायगड जिले के माणगाव तालुका मे एक प्राकृतिक आश्चर्य एक गुप्त रहस्य बना हुआ है| वो है Devkund Waterfall देवकुंड वॉटरफॉल पाटणूस महाराष्ट्र यह एक शानदार चमकदार हीरे जैसा पानी बडे पहाड,चट्टान से नीचे एक शांत और स्थिर कुंड मे आके गिरता है |
देवकुंड वॉटरफॉल 80 फीट की ऊचाई से नीचे गिरता है |इस वॉटरफॉल को देखने जाते समय रास्ते मे आपको भिरा डॅम और उसके पीछे tamhini घाट के पहाड देखने को मिलते है |देवकुंड वॉटरफॉल महाराष्ट्र का लोकप्रिय ट्रेक है सिर्फ महाराष्ट्र के ही नही बल्की महाराष्ट्र के बाहर से भी यात्री ,ट्रेकर यहा वॉटरफॉल देखने आते है |
Table of contents 1) देवकुंड वॉटरफॉल की प्रस्तावना 2) देवकुंड वॉटरफॉल का प्रमुख आकर्षण 3) प्रकृती से भावनात्मक तरिके से जुडना 4) Devkund waterfall कैसे जाए ? 5) ट्रेक की तैयारी कैसे करे ? 6) devkund waterfall ट्रेकिंग के लिए सही समय 7) प्रकृती का संवर्धन हमारी जिम्मेदारी 8) देवकुंड वॉटरफॉल का अनुभव 9) सवाल और जवाब |
Devkund Waterfall का प्रमुख आकर्षण
देवकुंड वॉटरफॉल शहर से दूर शांत जगह पर स्थित है |इसलीये यह मन को शांती और संतुष्टी देता है |इस झरने की एक खास वजह है ,झरने मे बाराह महीने पानी गिरता रहता है |इसी वजह से वो लोकप्रिय है |झरने का पानी चमकदार हीरे जैसा है बिलकुल साफ सुथरा|एक ही जगह कुंड मे गिरने से हम पानी का आनंद ले सकते है |आजूबाजू के पहाड और चट्टानो से पानी रीवर्स आते देखने मिलता है |
Devkund waterfall प्रकृती से भावनात्मक तरिके से जुडना
देवकुंड का मतलब है , ‘भगवान का तलाब ‘यह इसका उपयुक्त नाम होगा |devkund waterfall का पानी तामहिणि घाट के प्लस वेल्ली से आता है |यह पानी नीचे गिरकर भिरा डॅम मे आता है और आगे जाकर कुंडलिका नदी से जाकर मिलता है |80 फीट से ज्यादा ऊचाई से पानी नीचे कुंड मे आकर मिलता है |
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Devkund waterfall कैसे जाये ?
मुंबई से devkund waterfall आने के लिए आपको 130 किलोमीटर क ट्रॅवल करके आना पडता है |जा आप पुणे से है तो आपको 100 किलोमिटर का अंतर पार करके आना होता है |रास्ते मे आते आते आपको tamhini ghat के नजारे भी देखने मिलेंगे |
मुंबई से devkund waterfall देखने आने के लिए पहले आपको मुंबई से खोपोली तक का सफर ट्रेन से करना होगा|वहा से आप बस से पाली मे तक आ जाओगे |अगर आप गणेशजी के भक्त है तो आप अपनी इच्छा से भगवान का दर्शन कर सकते है|पाली मे भगवान गणेशजी का अष्टविनायक गणपती का अवतार है|पाली से बस मे बैठकर आप भिरा गाव मे पहुंच जाएंगे|भिरा गाव से ही devkund waterfall के लिए ट्रेकिंग की शूरवात होती है| को उत्साह लाती है|
ट्रेकिंग का सफर लगभग 6 किलोमीटर तक का लंबा सफर है|इसके लिए आपको कम से कम 2 घंटे का समय पैदल जाने लिए लगता है| यह रास्ता सबसे आसान है|जंगल से आते वक्त रास्ते मे बडे बडे पेडो की टहनिया से रास्ता निकालकर तो कभी घास के खुले मैदान और चट्टान के उपर से चलकर रास्ता पुरा करके आना होता है|चलते चलते झरने के करीब आ जाओगे तो झरने से पानी नीचे गिरने का आवाज आयटी है|यह पानी की आवाज सारी थकान मिटा देती है|और हमे मन को प्रसन्न करता है |
Devkund waterfall ट्रेक की तैयारी कैसे करे ?
devkund waterfall ट्रेकिंग के लिए निकलने से पहले आपको अछी तरह से तैयारी करके जाना होगा|आपकी सुरक्षा के लिए आप सावधान रहे तो बेहतर होगा|
- जूते :मजबुत पकड वाले जूते पहने क्युंकी बारीश मे रास्ते मे फिसलन होती है,खासकर मॉन्सून मे|
- कपडे :हलके नमी सोंखने वाले कपडे पहने|अपने साथ रेनकोट जरूर रखे|
- पानी और नाश्ता :पुरे ट्रेक के दौरान आपको आपने शरीर को haydreted रखने के लिए साथ पर्याप्त पानी रखे|फल,नटस और ऊर्जा को बढाने वाले स्नेक्स पॅक करे|
- प्राथमिक उपचार वाली दवाई :बेंड,अॅंटीसेप्टिक क्रीम जैसी दवाई साथ मे रखे|
- गाइड :यदी आप devkund waterfall देखने पहली बार जा रहे है,तो अपने साथ स्थानीय गाइड जरूर ले जाए|गाइड हमे सही रास्ते से बिन यहा वहा भटके हमे हमारी मंजिल तक पहुंचा देते है|
- एंट्री पास :ट्रेक को शूरु करने से पहले एंट्री पास जरूर ले|
Devkund waterfall ट्रेकिंग के लिए सही समय
जुलाई से अकटूबर के मान्सून का समय सबसे सही समय है |कभी याद बारीश होने पर यहा ट्रेक को बंद कर दिया जाता है|यहा बारीश मे फिसलन बढती है और दुर्घटना होने की संभावना हो सकती है|इसलीये वहा ट्रेकिंग को जाते समय वहा के स्थानीय प्रशासन से जाणकारी लेकर ही जाए|वीकेंड मे यहा बहुत भीड होती है, इसलीये हफ्ते के बीच के दिनो मे ट्रेकिंग के लिए जाये तभी मजा आयेगा|
प्रकृती का संवर्धन हमारी जिम्मेदारी
devkund waterfall को स्वछ और सुंदर रखना हमारी जिम्मेदारी है|इसलीये वहा जाने पर आगे की सूचना का पालन जरूर करे|
- अपना कचरा अपने साथ वापीस लेकर आये|
- वहा जाकर वन्य जीव और पेड पौधो को नुकसान ना करे|
- प्रकृती का सन्मान करे|
- गाइड का उपयोग करे और स्थानीय परंपरा का पालन करे|
- प्लास्टीक का उपयोग ना करे|
Devkund Waterfall ट्रेकिंग का अनुभव
अगर आपको सनसेट देखणा पसंद है तो आप वहा पर शाम का वक्त जरूर बीताये|इस शाम के समय का सनसेट का नजारा हमेशा के लिए आपके दिल मे बस जाएगा |
जैसे जैसे आप ट्रेकिंग करके देवकुंड वॉटरफॉल के करीब आ जाते है, ओ पानी की आवाज तेज होती है |हवा मे ताजगी और थंड होती है|ट्रेक के लास्ट वाले भाग मे आपको चुनोती वाली जलधारा को पार करना होता है|जो रोमांच लाता है |जब आप झरने तक पहुंच जाते हो तब वो आपका स्वागत ऐसा करता मानो हम दंग रह जाते है|
ऊंची ऊंची चट्टानो और पहाडो से घिरा हुआ यह झरना शांत कुंड मे गिरता है|नीला पानी ,उपर नीला आसमान और चारोओर की हरियाली हमे अलग ही दुनिया मे ले जाती है|जहा सिर्फ हम और प्रकृती की सुंदरता होती है|
devkund waterfall का सबसे बडा विशेष पहलू उसकी शांती है|बढती लोकप्रियता के रहते भी ये अपनी शांतता को बरकरार रखता है|यहा के आसपास का क्षेत्र और व्यावसायिक विकास की कमी की वजह से ये अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए लोकप्रिय है|
निष्कर्ष
devkund waterfall मे समय बीताना मतलब अपने आप को प्रकृती से जोडने जैसे है|वहा पानी मे डुबकी लगाना, चट्टान पर बैठकर पानी की मधुर आवाज सूनना यह सब करके आप सच मे चिंता से मुक्त होकर शांत और संतुष्ट हो जाओगे|यहा आकर आप सब चिंता भुलकर सिर्फ शांती से इस प्राकृतिक सुंदरता का मजा ले सकते है|
अगर आप भी devkund waterfall ट्रेकिंग के लिए जाना प्लान कर रहे है तो आपको मेरी इस पोस्ट का जरूर फायदा होगा|आपको मेरी पोस्ट कैसी लगी कॉमेंट मे जरूर बताना|
धन्यवाद |