Famous vishnu temples in india भगवान विष्णु को सनातन धर्म में पालनहार माना जाता है। समय-समय पर इन्होंने पृथ्वी पर अवतार लिया और अपने भक्तों के कष्ट दूर किए। कभी मर्यादा पुरुषोत्तम राम के रूप में तो कभी श्रीकृष्ण बनकर इन्होंने अधर्म का नाश किया। भक्तों की श्रद्धा को देखकर आज भी कई जगहों पर इनके भव्य मंदिर स्थित हैं। आइए जानते हैं भगवान विष्णु के 10 प्रमुख मंदिरों के बारे में।
बद्रीनाथ मंदिर
बद्रीनाथ मंदिर / बद्री विशाल, उत्तराखंड
Famous vishnu temples in india बद्रीनाथ धाम उत्तराखंड के चमोली जिले में अलकनंदा नदी के किनारे स्थित है। यह हिंदू धर्म के चार धामों में से एक है। बद्रीनाथ मंदिर 108 दिव्यदेशम मंदिरों में शामिल है, जिनका वर्णन तमिल संतों ने छठी से नौवीं शताब्दी के बीच किया था। इस मंदिर में भगवान विष्णु को बद्रीनारायण के रूप में पूजा जाता है।

मंदिर का समय : बद्रीनाथ मंदिर दर्शन कर लिये सुबह 4:30 – 6:30 / 6:30 – दोपहर 12 – 3:00 / 6:00 – 9:00 रात बजे तक खुला रहता है |
घूमने का सबसे अच्छा समय : बद्रीनाथ मंदिर मे
घूमने का सबसे अच्छा समय मई-जुलाई और सितंबर-नवंबर महीने का समय अच्छा होता है |
रंगनाथस्वामी मंदिर
रंगनाथस्वामी मंदिर, कर्नाटक
Famous vishnu temples in india यह मंदिर दक्षिण भारत के तिरुचिरापल्ली के श्रीरंगम में स्थित है। यह विष्णु भगवान के प्रमुख मंदिरों में से एक है। ऐसा कहा जाता है कि भगवान राम ने लंका विजय के बाद यहां आकर पूजा की थी।

मंदिर का समय: सुबह 9 बजे से दोपहर 12 बजे तक / दोपहर 1:15 बजे से शाम 6 बजे तक / शाम 6:45 बजे से रात 9 बजे तक
घूमने का सबसे अच्छा समय : मंदिर मे घुमने आने के लीये सबसे अच्छा समय अगस्त-मार्च महीने का माना जाता है |
यात्रा की अवधि : मंदिर को पुरा देखने और दर्शन करने के लीये 2 से 3 घंटे का समय लग जाता है |
प्रवेश शुल्क : मंदिर मे दर्शन करने के लीये कोई प्रवेश शुल्क नहीं होता है |
पद्मनाभस्वामी मंदिर
पद्मनाभस्वामी मंदिर, केरल
Famous vishnu temples in india भगवान विष्णु समर्पित मंदिर है | ‘ तिरुवनंतपुरम ’ का शाब्दिक अर्थ है, श्री अनंत पद्मनाभस्वामी की भूमि | मंदिर को केरल और द्रविड़ वास्तुशिल्प शैली बनाया गया है, यह द्रविड़ वास्तुशिल्प शैली उत्तम उदाहरण है | इस मंदिर को दुनिया का सबसे धनवान मंदिर से पहचना जाता है |

मंदिर का समय : मंदिर का दर्शन के लीये खुलने का समय सुबह 6:30 -7:00 / 8:20 – 10:00 / 10:30 – 11:10 / शाम 5:00 – 6:15 / 6:45 – 7:00 रात बजे तक का है |
नोट करें कि त्यौहारों के समय मंदिर में पूजा करने के समय बदलते रहते है |
घूमने का सबसे अच्छा समय : पद्मनाभस्वामी मंदिर आने के लीये अक्टूबर-अप्रैल महीने का समय मंदिर के दर्शन करने आने के लीये सही समय है |
प्रवेश शुल्क : मंदिर मे प्रवेश के लीये कोई प्रवेश शुल्क नही लिया जाता |
यात्रा की अवधि : मंदिर की पुरी यात्रा करने के लीये 2 से 3 घंटे का समय लगता है |
जगन्नाथ मंदिर
जगन्नाथ मंदिर, ओडिशा
Famous vishnu temples in india जगन्नाथ मंदिर वैष्णव संप्रदाय के चार धामों में से एक है। यह मंदिर ओडिशा के पुरी में स्थित है। यहां हर साल आयोजित होने वाली रथ यात्रा दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इस दौरान लाखों श्रद्धालु भगवान जगन्नाथ, बलभद्र और देवी सुभद्रा के दर्शन करने आते हैं।

मंदिर का समय : दर्शन के मंदिर का समय सुबह 5 : 00 पूर्वाह्न – 11: पूर्वाह्न / दोपहर 1:00 बजे – रात्रि 9:30 बजे
घूमने का सबसे अच्छा समय : मंदिर मे घूमने का सबसे अच्छा समय दिसंबर-फरवरी महीने का समय अच्छा होता है |
प्रवेश शुल्क : मंदिर मे प्रवेश के लीये कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता |
यात्रा की अवधि : मंदिर की यात्रा के लीये कम से कम 2 घंटे का समय लगता है |
द्वारकाधीश मंदिर
द्वारकाधीश मंदिर, गुजरात
Famous vishnu temples in india गुजरात के द्वारका में स्थित यह मंदिर भगवान कृष्ण को समर्पित है। यह मंदिर लगभग 2000 साल पुराना माना जाता है और इसे श्रीकृष्ण के पौत्र व्रजनाभ ने बनवाया था। द्वारकाधीश मंदिर भी चार धामों में से एक है।

मंदिर का समय : मंदिर का दर्शन का समय सुबह 7 बजे से दोपहर 12:30 बजे तक और शाम 5 बजे से रात 9:30 बजे तक का होता है |
मंदिर घूमने का सबसे अच्छा समय : द्वारकाधीश मंदिर घूमने का सबसे अच्छा समय अगस्त-अप्रैल महीने मे होता है |
प्रवेश शुल्क : मंदिर मे प्रवेश के लीये कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता |
यात्रा की अवधि : मंदिर की पुरी यात्रा करने के लीये करीब 1-2 घंटे का समय लगता है |
श्री वेंकटेश्वर मंदिर
श्री वेंकटेश्वर मंदिर, आंध्र प्रदेश
तिरुपति बालाजी मंदिर के नाम से प्रसिद्ध यह मंदिर तिरुमला पहाड़ियों पर स्थित है। यह भारत के सबसे अमीर मंदिरों में गिना जाता है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन करने आते हैं और श्री वेंकटेश्वर भगवान की कृपा प्राप्त करते हैं।

मंदिर का समय : तिरुमाला मंदिर दर्शन के लीये हर दिन सुबह 2:30 बजे खुलता है |
घूमने का सबसे अच्छा समय : तिरुमाला मंदिर सितंबर – मार्च महीने का अच्छा समय होता है |
यात्रा की अवधि : पुरे मंदिर की यात्रा करने मे कम से कम दो घंटे का समय लगता है |
श्री श्री अश्वक्लांत मंदिर
श्री श्री अश्वक्लांत मंदिर, आसाम
आसाम के गुवाहाटी में ब्रह्मपुत्र नदी के तट पर श्री श्री अश्वक्लांत मंदिर स्थित है | इस मंदिर का निर्माण 1720 ई. मे हुआ था | ये एक प्रतिष्ठित धार्मिक स्थल है | मंदिर का नाम, “अस्वक्लंता”, ‘थका हुआ घोड़ा’ है | मंदिर की स्थापना का श्रेय अहोम राजा शिव सिंह को जाता है | “अस्वक्लंता” इस शब्द का शाब्दिक अनुवाद ‘थका हुआ घोड़ा’ है, जो कृष्णजी के थके हुए घोड़े को संदर्भित करता है जो थक गया था और कुछ आराम के लिए यहां रुक गया था |

मंदिर का समय : मंदिर का दर्शन का समय सुबह 6 बजे से रात 9 बजे तक का है |
घूमने का सबसे अच्छा समय : श्री श्री अश्वक्लांत मंदिर घूमने का सबसे अच्छा समय सितंबर-मार्च महीने का समय अच्छा होता है |
प्रवेश शुल्क : मंदिर मे प्रवेश के लीये कोई प्रवेश शुल्क नहीं होता है |
यात्रा की अवधि : मंदिर की पुरी यात्रा करने के लीये 30 से 45 मिनट का समय लगता है |
बांके बिहारी मंदिर
यह मंदिर उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थित है। यहां भगवान श्रीकृष्ण की त्रिभंग मुद्रा में स्थित मूर्ति अत्यंत आकर्षक है। जन्माष्टमी और अक्षय तृतीया के अवसर पर यहां विशेष उत्सव मनाए जाते हैं।
श्रीनाथजी मंदिर
श्रीनाथजी मंदिर, राजस्थान
राजस्थान के नाथद्वारा में स्थित यह मंदिर भगवान कृष्ण के बाल रूप को समर्पित है। श्रीनाथजी मंदिर का विशेष महत्व है और यहां कृष्ण भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।

कनक भवन
अयोध्या में स्थित यह मंदिर भगवान श्रीराम और माता सीता को समर्पित है। यह मंदिर बेहद भव्य है और इसे श्रीराम का महल भी कहा जाता है। रामनवमी के अवसर पर यहां भव्य आयोजन किया जाता है।
निष्कर्ष
यह सभी मंदिर भगवान विष्णु के विभिन्न रूपों को समर्पित हैं और इनका धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व अत्यंत उच्च है। अगर आप भी भगवान विष्णु के भक्त हैं, तो इन मंदिरों के दर्शन अवश्य करें। जय श्रीकृष्ण!