Historical places in jaipur – जयपुर जय मतलब महाराजा जय सिंग और पुर का मतलब है ‘सिटी’ |जयपुर का नाम महाराजा जयसिंग के नाम से जाना जाता है|जयपुर राजस्थान की राजधानी है |जयपुर को ‘पिंक सिटी’ नाम से भी जाना जाता है |यह सिर्फ गुलाबी रंग का ही नही बल्की अलग अलग खूबसूरत रंगो का शहर है |जयपुर फर्स्ट प्लॅनड सिटी है |जयपुर मे आते ही यहा की खूबसूरत ऐतिहासिक वास्तु हमे राजपूत इरा मे ले जाती है |जयपुर मे पूर्व महाराजाओने अपने शासित काल मे यहा पर बोहत सारी खूबसूरत कला से यहा किले बनाये है|ये सब किले लोकप्रिय और देखने लायक है |
टेबल ऑफ कंटेंट 1 सिटी पॅलेस 2 अल्बर्ट हॉल संग्रहालय 3 हवा महल 4 नहारगढ किला 5 जयगढ किला 6 आमेर किला 7 जल महल |
Historical places in jaipur
सिटी पॅलेस : राजथान की राजधानी जयपूर की सिटी पॅलेस गौरव माना जाता है |इस सिटी पॅलेस को महाराजा जयसिंग ने बनाया था |इस सिटी पॅलेस मे बगीचे ,इमारते और संग्रहालय भी है |मुबारक महल और चंद्रमहल जैसी महत्वपूर्ण और खुबसुरत वास्तु इस सिटी पॅलेस की शान है |अभी के इस समय मे सिटी पॅलेस ए कुछ भाग को संग्रहालय मे बदल दिया गया है |इस सिटी पॅलेस को महाराजा सवाई जयसिंग ने 1727 मे बनवाया था |सिटी पॅलेस मे दिवाण -ए -आम है यहा पर महाराजा अपने खास लोगो के साथ बातचीत करते थे |और उसके बाद मे है दिवाण -ए-खास यहा राजा अपने दरबारियोसे सभा आयोजित करते थे |
अल्बर्ट हॉल संग्रहालय : अल्बर्ट हॉल संग्रहालय यह जयपुर का सबसे पुराना संग्रहालय है |इसे samueal jacab ने डिझाईन किया था |1887 मे इस हॉल को यात्री और पर्यटक के लिए खुला किया गया था|इस संग्रहालय का नाम राजा अल्बर्ट एडवर्ड के नाम पर रखा गया है|इस संग्रहालय मे हमे खूबसूरत पेंटिंग ,काच के बर्तन ,मिट्टी के बर्तन,शिल्पकला के नमुने गहने ,कारपेटस् ,लकडी पर काम ,हथियार देखने को मिलते है |
इस संग्रहालय मे 2400 वर्षो पुरानी इजिप्शियन मम्मी को भी यहा देख सकते है|इसका नाम टुटू था |संग्रहालय की हर एक चीज उस समय का इतिहास और आखों मे चमक लाती है |अगर आप इस संग्रहालय को देखने जाना चाहते है तो रात को 7 बजे से 10 बजे तक जा सकते है|
हवा महल : जयपुर मे सबसे लोकप्रिय और देखने वाली जगह और ऐतिहासिक वास्तु हवा महल है|हवा महल जाने के लिए महल के साइड से जाना पडता है |यहा पर इस हवा महल को देखने जाने का समय सुबह के 9 बजे से शाम 5:30 बजे तक का है|हवा महल को 1799 मे महाराजा सवाई प्रताप सिंग ने बनाया था |इस महल को उस्ताद लालचंद ने डिझाईन किया था |हवा महल को बनवाने के लिए गुलाबी और लाल रंग के पत्थर का उपयोग किया गया था |
हवा महल दुनिया की सबसे बडी वास्तु है |इस वास्तु को बिना किसी फाऊंडेशन से बनाया गया था |इस हवा महल का आकार कुछ ताज जैसा है |महल के हर मंजिल पर एक मंदिर है |शरद मंदिर ,रतन मंदिर ,विचित्र मंदिर ,प्रकाश मंदिर और हवा मंदिर है |इस महल मे उपर जाने के लिए एक भी सीढी नही है |यहा पर पहले रानियो की पालखी को ले जाने के लिए रॅम्प बनवाये थे |
नहारगढ किला : नहारगढ किला हवा महल से 15 किलोमीटर की दूरी पर है |इस गढ को महाराजा सवाई जयसिंग ने 1734 मे बनाया था |इस किले की खास बात ये है ,की इस किले पर कभी दुश्मन का हमला नही हुआ है|इस किले की शुरवात मे शिश महल है |शीश महल को बनाने के लिए 25 मिलियन काच के तुकडो का उपयोग किया गया है |यहा पर एक वैक्स् म्यूजियम भी है |
किले की बाए साइड मे एक बावडी है ,जिसमे बारीश का पानी बचाकर रखते थे |इस किले की पुरी बनावट यरोपीयन और राजपूत स्टाइल मे है |यहा पर माधवेंद्र भवन है ,जो सवाई माधो सिंग ने अपनी 12 रानियो के लिए बनवाया था |इस किले को डरावना भी कहा जाता था |इस किले को बनाते समय यहा पर राजकुमार नहार सिंग की आत्मा भटकती थी |इसलीये निर्माण मे बाधा आती थी |इसलीये महाराजा सवाई जयसिंग ने राजकुमार समर्पित मंदिर और उनके नाम पर किले का नाम रखने का वादा किया |इसलीये उसका नाम नहारगढ रखा गया |उसके बाद कभी किले के निर्माण मे बाधा नही आयी |
जयगढ किला : नहारगढ से 5 किलोमीटर के अंतर पर है जयगढ किला |इस किले को महाराजा जयसिंग ने 1726 मे बनाया था |उन्ही का नाम किले को दिया गया है |किले का मतलब विकट्री फोर्ट भी है |इस किले मे दुनिया की सबसे बडी तोप है |इस तोप को 1720 मे बनाया गया था |किले की दिवारे लाल रंग की पत्थर से बनाई गई है जो काफी मजबूत है |इसलीये यहा कभी आक्रमण नही हुआ |इस जयगढ किले को आमेर किला और उसका भाग दुश्मनो से बचाने के लिये बनवाया गया था |किले मे श्रीराम हरीहर जी का और कालभैरव का मंदिर है |किले के उपर चढकर आमेर किला और अरवली माऊंटेन रेंज को भी देख सकते है |
आमेर किला : आमेर किला जयगढ किले से 11 किलोमिटर की दूरी पर है |आमेर एक पुराना ऐतिहासिक किला है |इसे राजा मानसिंग ने 1592 मे बनाया था |यह किला चार आंगन मे बनाया गया है |इस किले मे आपको शिश महल देखने मिलेगा |यह दुनिया का सबसे बडा शिश महल है |यह पुरी तरह से काच की कारगरी से बनाया हुआ है |काच के पास लाइट जलाने पर ये चमकता है |रानीयो की रहने की जगह को जेनाना देवडी बोलते है |वहा राजा के अलावा कोई नही जाता था |किले के पर से किले का खूबसूरत नजारा देख सकते है |
जल महल : आमेर किले से आते वक्त आप बीच मे रुककर जल महल को देख सकते है |जो मेन रोड पे ही है |जल महल का अर्थ है ,वॉटर पॅलेस |यह जलमहल मानसागर तालाब के बीच मे है |यहा अंदर जाने की अनुमती नही है |इस जलमहल को तालाब की साइड से ही देखना पडता है |
आज के इस पोस्ट मे हमने आप को जयपुर के Historical places in jaipur बारे मे सब महत्वपूर्ण जाणकारी दी है |यह पोस्ट आपको कैसे लगा कमेन्ट मे जरूर बताना |
प्रश्न : जयपुर मे कितने ऐतिहासिक स्थान है ?
उत्तर :आमेर किला ,जल महल ,नहारगढ, जयगढ,हवा महल ,सिटी पॅलेस
प्रश्न :जयपूर मे प्रसिद्ध जगह कौन सी है ?
उत्तर : जयपूर मे बहुत प्रसिद्ध जगह है हवा महल
प्रश्न : जयपूर मे फेमस क्या है ?
उत्तर :जयपूर मे सिटी पॅलेस सबसे फेमस है |