kalsubai trek from pune | पुणे से कलसुबाई ट्रेक कैसे जाये
kalsubai trek from pune : समुद्र तल से लगभग 5,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह कलसुबाई पीक, महाराष्ट्र का सबसे ऊंचा स्थान है | जो ट्रेकर के लिए एक रोमांचक ट्रैकिंग अनुभव देता है | सह्याद्रि रेंज में स्थित, पुणे का कलसुबाई ट्रेक चुनौतीपूर्ण और लुभावने खूबसूरत बेहतरीन दृश्यों की तलाश करने वालों के लिए एक लोकप्रिय ट्रेक है | यह कलसुबाई पीक ट्रेक हरे-भरे जंगलों, चट्टानी इलाकों और सुंदर घाटियों के साथ पश्चिमी घाट की सुंदरता का प्रमाण है | यह एक खूबसूरत प्राकृतिक अनुभव है |
कंटेंट ऑफ टेबल ( kalsubai trek from pune ) प्रस्तावना कलसुबाई माता मंदिर कलसुबाई ट्रेक कैसे पहुंचे कठिनाई स्तर और तैयारी यात्रा का सर्वोत्तम समय कहा ठहरे ट्रैकिंग अनुभव सुरक्षा और सावधानियाँ पर्यावरण का संरक्षण निष्कर्ष FAQ |
प्रस्तावना :
kalsubai trek from pune : भारत में बहुत सारे ट्रेकिंग के खूबसूरत स्थान,किले ,हिल स्टेशन है, जिसे ट्रेक करने के लिए देश-विदेश से लोग जाते हैं | भारत में ज्यादातर ट्रेक करने के स्थान हिमालय और पश्चिमी घाट में है | पश्चिमी घाट मे सबसे पहला नाम आता है तो महाराष्ट्र का |
महाराष्ट्र में सह्याद्री के कई खूबसूरत ट्रेक मौजूद है लेकिन ट्रेकर में सबसे ज्यादा लोकप्रिय कलसुबाई शिखर ट्रेक है | कलसुबाई महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी है जिसकी ऊंचाई समुद्र तल से 5,400 फीट मतलब की 1646 मीटर है | महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी होने के कारण इसे एवरेस्ट ऑफ महाराष्ट्र के नाम से भी जाना जाता है |
कलसुबाई माता मंदिर
kalsubai trek from pune in hindi
kalsubai trek from pune : यह कलसूबाई शिखर का नाम कलसू नाम की एक लड़की के मान पर पडा है | इसके पीछे एक कहाणी बताई जाती है | कहा जाता है कि देवी कलसू यही के पहाड़ों में रहा करती थी और वो आसपास के गांव के लोगों की मदद करती थीं | एक दिन वह इन पहाड़ों की ओर चली गई और कभी वापस नहीं आई | उन्हीं की याद में इस शिखर पर देवी कलसुबाई मंदिर का निर्माण किया गया है | हर मंगलवार को देवी कळसूबाई की पूजा की जाती है और त्योहारों और नवरात्र के दिनो में यहां पर मेला भी लगता है |
कलसुबाई ट्रेक कैसे पहुंचे (kalsubai Trek)
kalsubai trek from pune : समुद्र तल से लगभग 5,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह कलसुबाई पीक, महाराष्ट्र का सबसे ऊंचा स्थान है | जो ट्रेकर के लिए एक रोमांचक ट्रैकिंग अनुभव देता है | पुणे से कलसुबाई ट्रेक की दूरी लगभग 170 किमी है |
कलसुबाई शिखर ट्रैक बारी नाम के एक गांव से शुरू होता है | जिसे कलसुबाई का बेस विलेज है | इस बेस विलेज बारी से शिखर की दूरी 6.6 किलोमीटर है जिसे पूरा करने में करीब 3 से 4 घंटे लगते है |
बरी गांव मुंबई, पुणे और नासिक से आसानी से जाया जा सकता है | मुंबई से कलसुबाई की दूरी 156 किलोमीटर, पुणे से कलसुबाई की दूरी लगभग 170 किलोमीटर और नासिक से कलसुबाई की दूरी करीब 60 किलोमीटर है |
कलसूबाई शिखर के सबसे नजदीक का रेलवे स्टेशन इगतपुरी है जहां से कलसुबाई शिखर ( बरी गांव ) की दूरी करीब 40 किलोमीटर तक की है | इगतपुरी से बरी गांव जाने के लिए पूरे दिन में मात्र सिर्फ एक या दो बस ही उपलब्ध होती हैं इसलिए आपको टैक्सी हायर करना सबसे अच्छा रहेगा |
ट्रेक मार्ग हरे-भरे जंगलों, चट्टानी इलाकों और सुंदर घाटियों से होकर गुजरता है, जो शिखर तक 6.5 किमी की दूरी तय करता है। ट्रेक का मार्ग अच्छी तरह से चिह्नित है, जिसमें स्थानीय अधिकारियों द्वारा संकेत और दिशानिर्देश दिये गए हैं |
सुरक्षित और आनंददायक अनुभव के लिए आप ट्रेकर्स गाइड को भी किराए पर ले सकते हैं या ट्रैकिंग समूहों में शामिल हो सकते हैं |
कठिनाई स्तर और तैयारी
kalsubai trek from pune : समुद्र तल से लगभग 5,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह कलसुबाई पीक, महाराष्ट्र का सबसे ऊंचा स्थान है | जो ट्रेकर के लिए एक रोमांचक ट्रैकिंग अनुभव देता है | कलसुबाई ट्रेक मध्यम रूप से कठिन माना जाता है, जिसके लिए एक अच्छे स्तर की शारीरिक फिटनेस की आवश्यकता होती है |
ट्रेकर्स को खुद को उचित गियर, कपड़े और जूते यह सब सामान साथ तैयार रखना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे इस कलसुबाई ट्रेक की चुनौती के लिए शारीरिक रूप से फिट हैं या नही | ट्रेक में जंगल खड़ी, चढ़ाई, पथरीले इलाके और असमान रास्ते भी शामिल हैं,इसके लीये ट्रेकिंग जूते और हलके कपड़े पहनना आवश्यक है | ट्रेकर्स को ट्रैकिंग पोल, प्राथमिक चिकित्सा किट और पानी की बोतलें जैसा आवश्यक सामान भी ले जाने चाहिए |
यात्रा का सर्वोत्तम समय
kalsubai trek from pune : समुद्र तल से लगभग 5,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह कलसुबाई पीक, महाराष्ट्र का सबसे ऊंचा स्थान है | जो ट्रेकर के लिए एक रोमांचक ट्रैकिंग अनुभव देता है | कलसुबाई पीक की यात्रा का सबसे अच्छा समय मानसून के मौसम के दौरान जून से सितंबर तक है, जब परिदृश्य हरा-भरा होता है और वहा का मौसम सुहावना होता है | चारों ओर पीले रंग के फूल खिल जाते हैं जिससे शिखर और भी खूबसूरत लगता है | मानसून के मौसम में आसपास के मनमोहक,सुंदर दृश्य दिखाई देते हैं, झरने और नदियाँ ट्रेक की सुंदरता को बढ़ाते है | हालाँकि, इस मौसम में ट्रेकर्स को फिसलन वाले ठिकाण और भूस्खलन से सावधान और सतर्क रहना चाहिए |
इस समय सहयाद्रि की खूबसूरत चोटिया कलसुबाई शिखर से हम देख सकते हैं जैसे रतनगढ़, हरिशचंद्रगड़ इनके नजारे देख सकते है | बहुत सारे ट्रैकर मानसून मे यानी के जून जुलाई-अगस्त समय कळसुबाई पीक में जाना पसंद करते हैं क्योंकि मानसून में पहाड़ों की खूबसूरती और भी अलग होती है | नवंबर से लेकर अप्रैल तक का महीना य शिखर पर नाइट कैंपिंग के लिए सबसे अच्छा होता है | इस समय मौसम बिल्कुल साफ होता है, इस समय बादलों को अपने आसपास उड़ते हुए देख सकते हैं |
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कहा ठहरे
kalsubai trek from pune : समुद्र तल से लगभग 5,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह कलसुबाई पीक, महाराष्ट्र का सबसे ऊंचा स्थान है | जो ट्रेकर के लिए एक रोमांचक ट्रैकिंग अनुभव देता है | बारी गांव में होमस्टे और लॉज मे रहने की सुविधा उपलब्ध हैं | स्थानीय अधिकारियों द्वारा दिये जाने वाली सुविधाओं के साथ, ट्रेकर्स बेस कैंप भी डाल सकते हैं | भोजन और पानी की सुविधाएं सीमित हैं | स्थानीय व्यंजन, जैसे कि महाराष्ट्रीयन व्यंजन, बारी गाँव में उपलब्ध हैं, जो स्थानीय संस्कृति का स्वाद देते हैं |
ट्रैकिंग अनुभव
kalsubai trek from pune : समुद्र तल से लगभग 5,400 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह कलसुबाई पीक, महाराष्ट्र का सबसे ऊंचा स्थान है | जो ट्रेकर के लिए एक रोमांचक ट्रैकिंग अनुभव देता है | खड़ी चढ़ाई, घना जंगल, चट्टानी इलाके और सुंदर दृश्यों के साथ ट्रैकिंग का अनुभव रोमांचक होता है | ट्रेकर्स शिखर से भंडारदरा बांध और विल्सन बांध के साथ साथ आसपास के खूबसूरत और लुभावने नजारे देख सकते हैं | यह ट्रेक सूर्योदय और सूर्यास्त के समय मे अद्भुत दृश्य प्रस्तुत करता है, जो इसेस्वर्ग की अनुभूति देता है |
सुरक्षा और सावधानियाँ
kalsubai trek from pune : ट्रेकर्स को आवश्यक और सुरक्षा सावधानियां रखनी चाहिए, जैसे प्राथमिक चिकित्सा किट को साथ ले जाना, उचित ट्रेकिंग जूते पहनना और फिसलन वाले इलाके से बचना | यह ट्रेक काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है, और ट्रेकर्स को आपात स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए | स्थानीय गाइड और अधिकारी ट्रेक के दौरान सहायता करते हैं, जिससे एक सुरक्षित और सुखद अनुभव होता है |
पर्यावरण का संरक्षण
kalsubai trek from pune : ट्रेकर्स को पर्यावरण संबंधी, जैसे कूड़े-कचरे और प्रदूषण के प्रति जागरूक होना चाहिए | ट्रेक मार्ग संवेदनशील पारिस्थिति तंत्र से होकर गुजरता है, और ट्रेकर्स को पर्यावरण को नुकसान नही पहुंचाना चाहिए | स्थानीय अधिकारियों ने कचरे को कम करने और टिकाऊ पर्यटन को बढ़ावा देने के उपाय और नियम लागू किए हैं जिनका पालन ट्रेकर को करना चाहिये |
निष्कर्ष
kalsubai trek from pune : | पुणे से कलसुबाई ट्रेक एक अविस्मरणीय साहसिक अनुभव देता है, जो खूबसूरत, सुंदर लुभावने दृश्य प्रदान करता है | उचित तैयारी और सुरक्षा, सावधानियों के साथ, ट्रेकर्स महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी पर ट्रेक को पुर करके विजय प्राप्त कर सकते हैं | यह ट्रेक पश्चिमी घाट की सुंदरता का एक प्रमाण है, और साहसिक और उत्साही लोगों के लिए कळसुबाई पीक अवश्य जाने योग्य गंतव्य है |
FAQ
kalsubai trek from pune :
पुणे से ट्रेन द्वारा कलसुबाई कैसे पहुंचे ?
पुणे से कलसुबाई तक का कोई सीधा संपर्क नहीं है | आप कल्याण जंक्शन तक ट्रेन ले सकते हैं और आसनगांव तक ट्रेन ले सकते हैं, फिर कलसुबाई शिखर के बरी गाव तक टैक्सी ले सकते हैं |
क्या कलसुबाई ट्रेक कठीण है ?
कलसुबाई ट्रेक एक आसान-मध्यम श्रेणी का ट्रेक है जो शारीरिक फिटनेस वाले लोगों के लिए आसान है |
कलसुबाई पीक ट्रेक कब जाना चाहिये ?
कलसुबाई पीक पर जाने का सबसे अच्छा समय – मानसून ट्रेक के लिए जून से अगस्त, फूलों के ट्रेक के लिए सितंबर से अक्टूबर, और नवंबर से मई तक रात्रि ट्रेक की सिफारिश की जाती है |