kalsubai trek from pune | महाराष्ट्र का सबसे ऊंचा शिखर

kalsubai trek from pune भारत में कई खूबसूरत ट्रेकिंग स्पॉट्स, हिल स्टेशन और किले हैं, जहां देश-विदेश के लोग ट्रेकिंग का अनुभव लेने आते हैं। इनमें से अधिकांश स्थान हिमालय और पश्चिमी घाट में स्थित हैं। जब बात पश्चिमी घाट की होती है, तो महाराष्ट्र का नाम सबसे पहले आता है।

सह्याद्री रेंज में कई अद्भुत ट्रेकिंग डेस्टिनेशन हैं, लेकिन इन सबमें सबसे लोकप्रिय है कर्जुबाई पीक ट्रेक। यह महाराष्ट्र का सबसे ऊंचा शिखर है, जिसकी ऊंचाई लगभग 5,400 फीट (1646 मीटर) है। इसे महाराष्ट्र का एवरेस्ट भी कहा जाता है।

कलसुबाई माता मंदिर

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kalsubai trek from pune इस शिखर का नाम एक लड़की “कलसु” के नाम पर रखा गया है। ऐसा कहा जाता है कि देवी कर्जु आसपास के गांवों के लोगों की मदद किया करती थीं। एक दिन वह पहाड़ों की तरफ चली गईं और फिर कभी वापस नहीं आईं। उनकी याद में इस शिखर पर कलसुबाई माता मंदिर बनाया गया।

यह मंदिर श्रद्धालुओं के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है। हर मंगलवार यहां देवी कर्जुबाई की पूजा होती है और नवरात्रि के दौरान मेले का आयोजन भी किया जाता है।

पुणे से कलसुबाई ट्रेक कैसे पहुंचे?

kalsubai trek from pune का बेस विलेज बारी गांव है। पुणे से कर्जुबाई ट्रेक की दूरी लगभग 170 किलोमीटर है।

1) पुणे से बारी गांव का रूट

  • आप बस, ट्रेन या कार के माध्यम से बारी गांव पहुंच सकते हैं।
  • सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन इगतपुरी है, जो बारी गांव से लगभग 40 किलोमीटर दूर है।

2) बारी गांव से शिखर तक का ट्रेक

  • बारी गांव से कर्जुबाई पीक तक की दूरी 6.6 किलोमीटर है।
  • इस ट्रेक को पूरा करने में 3-4 घंटे लगते हैं।
  • रास्ता हरे-भरे जंगलों, चट्टानी इलाके और खूबसूरत घाटियों से होकर गुजरता है।

3) सुझाव

  • अगर आप पहली बार जा रहे हैं, तो ट्रेकिंग गाइड या ग्रुप ट्रेकिंग का विकल्प चुनें।
  • रास्ते में साइन बोर्ड्स और दिशा-निर्देश उपलब्ध होते हैं।
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कठिनाई स्तर और तैयारी

kalsubai trek from pune को मॉडरेट डिफिकल्टी का माना जाता है। यह ट्रेकिंग के लिए थोड़ी फिटनेस और तैयारी की जरूरत होती है।

क्या ले जाना चाहिए?

  • आरामदायक और मजबूत ट्रेकिंग शूज।
  • हल्के और सुविधाजनक कपड़े।
  • ट्रेकिंग पोल, फर्स्ट एड किट, पानी की बोतल और हल्के स्नैक्स।

क्या ध्यान रखें?

  • रास्ते में कई जगह चढ़ाई और खड़ी ढलान है।
  • रॉकी टेरेन और फॉरेस्ट पाथ्स पर सावधानी से चलें।

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यात्रा का सर्वोत्तम समय

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kalsubai trek from pune का सबसे अच्छा समय है मानसून सीजन (जून से सितंबर)।

मानसून में खासियत:

  • चारों तरफ हरी-भरी वादियां।
  • झरने और नदियां ट्रेक को और रोमांचक बनाती हैं।
  • इस मौसम में चढ़ाई थोड़ी मुश्किल हो सकती है, इसलिए सावधानी जरूरी है।

सर्दियों में नाइट ट्रेकिंग:

  • नवंबर से अप्रैल के बीच रात के ट्रेक के लिए यह समय सबसे बेहतर है।
  • साफ मौसम और ठंडी हवा ट्रेकिंग को सुखद बनाते हैं।

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कहा ठहरे

बारी गांव में होमस्टे और लॉज की सुविधा उपलब्ध है।

  • स्थानीय परिवार महाराष्ट्रीयन फूड उपलब्ध कराते हैं।
  • अगर आप कैम्पिंग करना चाहते हैं, तो स्थानीय गाइड्स टेंट और अन्य जरूरी सामान उपलब्ध कराते हैं।

ट्रैकिंग अनुभव

यह एडवेंचर और नेचुरल ब्यूटी का बेजोड़ मिश्रण है।
क्या खास है?

  • शिखर से भंडारदरा डैम और विल्सन डैम का अद्भुत नजारा।
  • सूर्योदय और सूर्यास्त का दृश्य ऐसा लगता है जैसे बादल आपके करीब हैं।
  • सह्याद्री की अन्य चोटियों जैसे हरिश्चंद्रगढ़ और रतनगढ़ को भी देखा जा सकता है।

सुरक्षा और सावधानियाँ

सुरक्षा

  • ट्रेकिंग के दौरान स्लिपरी पाथ्स और खड़ी चढ़ाई पर ध्यान दें।
  • फर्स्ट एड और पानी हमेशा साथ रखें।
  • मौसम का ध्यान रखें, खासकर मानसून के दौरान।

प्राकृतिक संरक्षण

  • प्लास्टिक और कचरा न फैलाएं।
  • प्रकृति और स्थानीय संस्कृति का सम्मान करें।
  • जितना हो सके इको-फ्रेंडली सामान का उपयोग करें।

निष्कर्ष

kalsubai trek from pune पुणे से एक बेहतरीन वीकेंड एडवेंचर है। यह ट्रेक प्राकृतिक सुंदरता और रोमांच से भरपूर है। महाराष्ट्र की सबसे ऊंची चोटी पर पहुंचकर आप महसूस करेंगे कि यह ट्रेकिंग का हर कदम वाकई खास था।

FAQ

  1. कलसुबाई ट्रेक की दूरी कितनी है?
    बारी गांव से शिखर तक लगभग 6.6 किलोमीटर।
  2. ट्रेकिंग में कितना समय लगता है?
    3-4 घंटे का समय लगता है |
  3. पुणे से कलसुबाई ट्रेक का रूट क्या है?
    पुणे से बारी गांव (170 किमी), फिर बारी गांव से ट्रेक।
  4. क्या पहली बार ट्रेकिंग करने वालों के लिए यह ठीक है?
    हां, लेकिन गाइड या ग्रुप ट्रेकिंग का विकल्प चुनें।
  5. ट्रेक का सबसे अच्छा समय कौन सा है?
    मानसून और सर्दियों का समय।