Karnala Fort | कर्नाला किला : इतिहास, पर्यटन और महत्व

Karnala Fort महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के पनवेल तालुका में स्थित है | कर्नाला किला एक ऐतिहासिक और प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है। यह किला समुद्र तल से लगभग 475 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। किले का ऐतिहासिक महत्व, प्राकृतिक खूबसूरती और शिवाजी महाराज के शासनकाल से जुड़े किस्से इसे एक अनोखा पर्यटन हैं।

कर्नाला किले का इतिहास

कर्नाला किला कई शताब्दियों पुराना है। इस किले का मुख्य निर्माण मौर्य साम्राज्य के समय हुआ था। बाद में, यह किला मराठा, बहमनी सुल्तान और अंग्रेजों के कब्जे में भी रहा था।

Karnala Fort

मराठा शासन

Karnala Fort शिवाजी महाराज ने इस किले को अपने स्वराज्य में शामिल किया था।शिवाजी महाराज ने किले की सुरक्षा के लिए दो मुख्य दरवाजे बनवाए है।

ब्रिटिश कब्जा

1818 में अंग्रेजों ने कर्नाला किले पर कब्जा कर लिया था। इसके बाद किला धीरे-धीरे खंडहर में तब्दील होने लगा।

किले का स्थापत्य और मुख्य आकर्षण

Karnala Fort

कर्नाला किला का स्थापत्य अनोखा है। यह दो हिस्सों में बंटा हुआ है | ऊपरी किला और निचला किला।

  1. मुख्य दरवाजा
    किले के प्रवेश द्वार पर एक आयरन रेलिंग लगी हुई है। यहाँ से समुद्र का सुंदर व्यू दिखाई देता है।
  2. किला के अंदर मंदिर
    यहाँ पर एक गणेश मंदिर और देवी भवानी का प्राचीन मंदिर स्थित है। श्रद्धालु यहां आकर पूजा-अर्चना करते हैं।
  3. पक्षी प्रेमियों के लिए स्वर्ग (Bird Sanctuary)
    कर्नाला किला Karnala Bird Sanctuary के अंदर स्थित है। यहाँ लगभग 150 प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं। किले पर जाते समय पर्यटक कई दुर्लभ पक्षियों को देख सकते हैं।
  4. सफर का अनुभव
    कर्नाला किला ट्रेकिंग के लिए बहुत पॉपुलर है। किले तक पहुँचने का रास्ता थोड़ा कठिन है, लेकिन यह एडवेंचर से भरपूर है।

कैसे जाएं ?

Karnala Fort

कर्नाला किले तक पहुँचने के लिए मुंबई और पनवेल से अच्छे कनेक्शन हैं।

By Road – मुंबई से कर्नाला किले की दूरी लगभग 60 किलोमीटर है। पनवेल से किला सिर्फ 12 किलोमीटर दूर है। निजी वाहन या रिक्शा से आसानी से यहाँ पहुंचा जा सकता है।

By Train
नजदीकी रेलवे स्टेशन पनवेल है। पनवेल स्टेशन से रिक्शा या बस द्वारा किले तक पहुँचा जा सकता है।

By Air
नजदिकी हवाई अड्डा मुंबई एयरपोर्ट है।

ट्रेकिंग का अनुभव
कर्नाला किले की ट्रेकिंग बेहद रोमांचक होती है।

ट्रेकिंग का स्तर
किले तक जाने का रास्ता मध्यम स्वरूप का है।
शुरुआती और अनुभवी ट्रेकर्स के लिए यह परफेक्ट डेस्टिनेशन है।

Best Time to Visit


Karnala Fort कर्नाला किला घूमने का सबसे अच्छा समय मानसून और सर्दी के महीने हैं। मानसून के दौरान यह जगह हरी-भरी हो जाती है और प्राकृतिक सौंदर्य देखने लायक होता है।

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सावधानियाँ


1) ट्रेकिंग के समय ट्रेकिंग जुते पहनें।

2) पानी और स्नॅक्स अपने साथ रखें।

3) ग्रुप में ट्रेकिंग करना सुरक्षित होता है।

किले का प्राकृतिक महत्व

कर्नाला किले का सबसे बड़ा आकर्षण इसकी प्राकृतिक खूबसूरती और Bird Sanctuary है।

1.वनस्पति और जीव-जंतु

यहाँ कई प्रकार के औषधी वनस्पती और दुर्लभ पौधे पाए जाते हैं। जंगली पशू भी यहाँ देखे जा सकते हैं।

2.पक्षी दर्शन

यहाँ मलाबार व्हिसलिंग थ्रश,ग्रीन पिजन और हॉर्नबिल जैसे पक्षी पाए जाते हैं। सर्दियों में यहाँ पर यात्रा करने वाले पक्षी आते हैं।

पर्यटकों के लिए टिप्स

  1. सुबह जल्दी निकलें ताकि दोपहर तक ट्रेकिंग पूरी हो सके।
  2. बारिश के मौसम में रेनकोट जरूर साथ रखें।
  3. किले पर कूड़ा न फैलाएं और पर्यावरण का ध्यान रखें।
  4. फोटोग्राफी के लिए कैमरा जरूर ले जाएं।

FAQ

1) कर्नाला किला कहाँ स्थित है?
उत्तर: कर्नाला किला महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के पनवेल तालुका में स्थित है। यह किला Karnala Bird Sanctuary के अंदर आता है और मुंबई से लगभग 60 किलोमीटर दूर है।

2) कर्नाला किले की ऊँचाई कितनी है?
उत्तर: कर्नाला किला समुद्र तल से लगभग 475 मीटर ( करीब 1,560 फीट ) की ऊँचाई पर स्थित है।

3) कर्नाला किले की ट्रेकिंग कितनी कठिन है?
उत्तर: कर्नाला किले की ट्रेकिंग का स्तर मध्यम स्वरूप का है। यह शुरुआती और अनुभवी ट्रेकर्स दोनों के लिए उपयुक्त है। ट्रेक का रास्ता कुछ जगहों पर खड़ा और फिसलन भरा हो सकता है, खासकर बारिश में।

4) कर्नाला किले की यात्रा में कितना समय लगता है?
उत्तर: किले तक पहुँचने और घूमने में लगभग 3 से 4 घंटे का समय लगता है। यदि आप आराम से ट्रेक करना चाहते हैं तो पूरा दिन किले पर बिता सकते हैं।

5) कर्नाला किला किस लिए प्रसिद्ध है?
उत्तर: कर्नाला किला अपने ऐतिहासिक महत्व, ट्रेकिंग और Karnala Bird Sanctuary के लिए प्रसिद्ध है। यह Wildlife Enthusiasts और इतिहास प्रेमियों के लिए एक बेहतरीन डेस्टिनेशन है।

निष्कर्ष

कर्नाला किला केवल एक ऐतिहासिक स्थल नहीं है, बल्कि यह एक है, यहाँ इतिहास, ट्रेकिंग और प्रकृति तीनों का बेहतरीन संगम देखने को मिलता है। पनवेल के नजदीक होने के कारण यह जगह परफेक्ट है। अगर आप एक रोमांचक ट्रेकिंग और इतिहास से जुड़ना चाहते हैं, तो कर्नाला किले की यात्रा जरूर करें।