Raireshwar fort trek from pune
Raireshwar fort trek from pune : रायरेश्वर किला महाराष्ट्र का भूषण है | पुणे जिले के भोर तालुका के पास में कोरले गांव के पास यह किला स्थित है | यह एक पहाडी किला मार्ग है | जो की आसनी से हम ट्रेक कर सकते है | इस किले की उंचाई समुद्र तल से लगभग 4505 फीट ऊपर तक है | इस रायरेश्वर किले की ट्रेक की शूरवात और रास्ता और आधार गाव कोरले नाम का गाव से होती है | यह कोरले गाव पुणे से 82 किलोमीटर और मुंबई से 230 किलोमीटर अंतर पर है |
रायरेश्वर किले का अपना अलग ही विशेष और महत्वपूर्ण इतिहास है | किले के आस पास वाले गांव मे मराठी भाषा बोली जाती है, जो की सार्वभौम भाषा है | इस किले के आसपास ही हमे केंजलगढ़ और रोहिड़ा किले सबसे नजदिक के किले है | अन्य किले भी यहा से नजदिक अंतर पर है | रोहिड़ा, केंजलगढ़ और रायरेश्वर ट्रेक इन किलो को दो दिन मे ट्रेक करने की कोशिश की जा सकती है |
रायरेश्वर किले का इतिहास और महत्व
रायरेश्वर पुणे के पास ही भोर तालुका मे स्थित है | मराठा साम्राज्य के छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपनी 16 साल की उम्र मे 1645 साल मे इस किले के मंदिर मे हिंदवी स्वराज्य की शपथ ली थी | उन्होने अपनी छोटी उंगली काटकर मंदिर के शिवलिंग पर अपने खून की बुंदे बहाकर हिंदवी स्वराज्य को स्थापित करने की शपथ ली | इसलीये रायरेश्वर का यह मंदिर ऐतिहासिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है | इस मंदिर के अंदर छत्रपति शिवाजी महाराज और उनके मावळे दोस्तों का एक बड़ा चित्र है |
ये किला मराठा साम्राज्य के इतिहास में एक महत्वपूर्ण किला और इसका इतिहास लोकप्रिय है | यह किला केंजलगढ़ पहाड़ियों और अन्य किलो के बीच मे है | इस मंदिर पर एक पठार है | यहा मान्सून मे सुंदर फूल खिलते है | इस स्थान पर आने के लीये अच्छा समय बारिश का है | रायरेश्वर आने के लीये गांव मे वाहन पार्क करके पैदल उपर आना होता है | मानसून मे रायरेश्वर की खुबसुरती देखने आना चाहिये | रास्ता थोडा कठीण स्तर का है, लेकिन इसे हम ट्रेक कर सकते है |
पुणे से रायरेश्वर किला ट्रेक मार्ग
रायरेश्वर किला ट्रेक करने के लीये हमे दो रास्ते उपलब्ध है | पहला रास्ता भोर से और दूसरा रास्ता वाई के रास्ते से जाता है | भोर रास्ते से बडे वाहन जैसे की बस, टेम्पो वाहन को जाने की अनुमति नही दि जाती | क्योंकि यह रस्ता संकीर्ण घाट से होकर आगे गुजरता है और यहा पर तारकोल वाली सड़क सुविधा उपलब्ध नही है |
भोर मार्ग से : इस मार्ग से आप Google map की सहाय्यता लेकर जा सकते है | खेड़ शिवपुर के पहले टोल के बाद और प्रति बालाजी के बाएं मोड़ के बाद का NH4 मोड आपको भोर गाव तक ले जाएगा | जो भोर फाटा नाम से भी जाता है | भोर तक पहुंच जाने के बाद आपको कोरले गांव जाना है, जो इस ट्रेक का बेस आधार गाव है | यही से आपकी रायरेश्वर ट्रेक की शूरवात होती है | आप पहली बार इस ट्रेक के लीये जा रहे है तो आप अपने साथ स्थानीय गाइड को जरूर साथ ले जाये |
वाई से मार्ग : यह काफी लंबा मार्ग है, लेकिन आप बसों या टेम्पो ट्रैवलर्स जैसे बड़े वाहन इस रास्ते से जा सकते है | यह वाई मार्ग का प्रकार कुछ ऐसा है पुणे से – NH4 -शिरवल – खंडाला – वाई – धोम – रायेश्वर – किला तक पहुंच जाता है | अभि भी आपको यह मार्ग समझ न आये तो आप गूगल की मदद ले सकते है |
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पुणे से रायरेश्वर किला ट्रेक कैसे जाये
पुणे से आप रायरेश्वर किला ट्रेक के लीये आगे दिये गए विवरण से जा सकते है |
पुणे मार्ग से :
1) पुणे – भोर – वरंदा घाट रोड – अंबेघर – अंबावाडे – दायां मोड़ – म्हाकोशी रोड – वडटुम्भी – कोरले – रायरेश्वर
2) पुणे – शिरवाल – सुरूर फाटा – वाई -मेनावली रोड – धोम बांध दाईं ओर की सड़क – खवली – घेरा केंजलगढ़ – घाट के लिए दाईं ओर मुड़ें – रायरेश्वर
पुणे से रायरेश्वर किला ट्रेक के दो मार्ग से आप ट्रेक के लीये जा सकते है |
ट्रेक को पुरा करने के लीये स्टेप्स
1) सुबह ट्रेक का जरूरी सामान लेकर 07:00 बजे रायरेश्वर बेस गांव कोरले के लिए निजी बस स्थानक मे बस ले |
2) 10:30 बेस गांव पहुंकर रायरेश्वर किला ट्रक के लिए पैदल यात्रा शुरू करें क्योकी इस मार्ग से वाहन जाने की अनुमति नही है | यह संकीर्ण रास्ता है |
3) दोपहर मे किले पर पहुंच कर किले के इतिहास और किले के बारे मे जाणकारी ले | किले के उपर से आसपास के खूबसूरत नजारो का आनंद ले सकते है |
4) दोपहर के 12:45 बेस गांव की ओर नीचे उतरना शुरू करें |
5) 14:15 बजे बेस कैंप पर वापस पहुंचने पर यहा का स्वादिष्ट दोपहर का भोजन करें |
6) भोजन के बाद 15:30 बजे पुणे के लिए वापसी यात्रा की शूरवात कर सकते है |
7) वापसी यात्रा को 19:30 बजे रायरेश्वर किला ट्रेक की सुखद यादों के साथ पुणे स्टेशन पहुँच सकते है |
रायरेश्वर में क्या देख सकते है
रायरेश्वर में देखने के लीये अन्य स्थान भी जहा आप जा सकते है | रायरेश्वर मंदिर, नखिंडा ( असवाल झील ), पांडवलेनी, नखिंडा यह खूबसूरत स्थान इनमे शामील है |
1 ) रायरेश्वर मंदिर – यह वह मंदिर है जहां छत्रपति शिवाजी महाराज ने स्वराज्य की शपथ ली थी | उन्होंने अपनी छोटी उंगली काट ली और मंदिर के अंदर शिवलिंग पर अपना खून बहाकर स्वराज्य की शपथ ली |
2 ) गोमुख झील
3 ) असवाल झील – इसे नखिंडा के नाम से भी जाना जाता है
4 ) पांडव लेनी
5 ) ढोम बांध बैकवाटर
6 ) रायरेश्वर पठार
सुरक्षा और सावधानिया
ट्रेक को जाते समय अपने साथ ट्रेकिंग का किट जरूर पॅक करे |
ट्रेक कठिन स्तर और अन्य युक्तियाँ :
यह एक सरल ट्रेक है क्योंकि सरकार ने किले पर जाने के लिए लोहे की सीढ़ियाँ बनाई गयी है | आप ट्रेक को जाते समय अपने साथ भरपूर पानी रखें | इस बेस गांव कोरले में बहुत सी दुकानें नहीं हैं और पैकेज्ड पानी ढूंढना मुश्किल है |
कैम्पिंग : कई साहसी ट्रैकर्स है जो रायरेश्वर में एक ही ट्रेक मे केंजलगढ़ और रोहिडा पर भी ट्रेकिंग करते है | रात में भोजन तैयार करने के लिए आवश्यक जलाऊ लकड़ी के लिए गाव के लोग मदद कर सकते है | आप सर्दी के मौसम में जा रहे है, तो अपने साथ ढेर सारे कंबल और सोने की पुरी व्यवस्था करके जाये, क्योंकि यहां मौसम काफी ठंडा रहता है |
भोजन : स्थानीय भोजन सामग्री की व्यवस्था करनी चाहिए ये आप पर निर्भर होता है, नही तो यहा पर आपको स्थानीय भोजन भी उपलब्ध है |
निवास : रायरेश्वर के मंदिर या गांव में 10-12 लोगों को ठहराया जा सकता है |
घूमने का सबसे अच्छा समय
रायरेश्वर किला घूमने का सबसे अच्छा समय बारिश याने मान्सून का समय सबसे अच्छा समय है |
कैसे पहुंचें : रायरेश्वर किला ट्रक जाने पहुंचने वाले सभी रास्ते भोर से कोरले गांव तक जाते है, जो ट्रेक का बेस है |
निष्कर्ष
रायरेश्वर किला मराठा साम्राज्य का महत्वपूर्ण किला है | किले के उपर मंदिर मे छत्रपती शिवाजी महाराज ने अपने खून की बुंदो से शिवलिंग को अभिषेक किया था | इसलीये यह मंदिर भी महत्वपूर्ण है | आप को इस ट्रेक को जाने के लीये, रायरेश्वर किला, किले का इतिहास और ट्रेक के बारे मे जाणकारी दी गयी है |
FAQ
1) रायरेश्वर किला किस लीये फेमस है ?
रायरेश्वर किला मराठा साम्राज्य का महत्वपूर्ण किला है | इसी किले मे छत्रपती शिवाजी महाराज ने स्वराज्य की शपथ ली थी |
2) पुणे से रायरेश्वर किला कितनी दूर है ?
पुणे से रायरेश्वर किले का अंतर लगभग 82 किलोमीटर अंतर है |
3) क्या रायरेश्वर किला ट्रेक आसान है ?
रायरेश्वर किला ट्रेक मध्यम कठीण स्तर का ट्रेक है | यह किला पहाडी और केंजलगढ़ और रोहिड़ा इन किलो के बीच मे बसा हुआ है |